हेमा जोशी, नई दिल्ली : Nestle India: भारत की सबसे बड़ी एफएमसीजी सेक्टर की कंपनी और मैगी, किटकैट और नेस्कैफे जैसे पॉपुलर ब्रांड उत्पादक कंपनी नेस्ले इंडिया (Nestle India) को एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल, नेस्ले इंडिया कंपनी ने बताया कि कीमत बढ़ने के कारण मार्च 2022 में खत्म वित्तीय वर्ष के समय उसका लाभ 1.25% घटकर 594.71% करोड़ रुपये हो गया है। इससे पिछले वर्ष कंपनी ने समान अवधि में 602.25 करोड़ रुपये का फ़ायदा अर्जित किया है।
बिक्री में 9.74% की बढ़ोत्तरी
गौरतलब है कि नेस्ले इंडिया फाइनेंसियल ईयर जैसे जनवरी-दिसंबर का पालन करती है। कंपनी ने शेयर बाजार शेयर बजार से कहा कि समीक्षाधीन समय में उसकी बिक्री 9.74 प्रतिशत इजाफा हो कर 3,950.90 करोड़ रुपये हो गई है जो कि बीते साल में 3,600.20 करोड़ रुपये थी। जिससे शेयर बजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया है।
नेस्ले इंडिया बढ़ा खर्च
कंपनी ने शेयर बाजार शेयर बजार से कहा कि समीक्षाधीन समय में उसकी बिक्री 9.74 प्रतिशत इजाफा हो कर 3,950.90 करोड़ रुपये हो गई है जो कि बीते साल में 3,600.20 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने बताया कि जनवरी से मार्च के बीच कंपनी का खर्च 12.98 प्रतिशत बढ़कर 3,195.90 करोड़ रुपये हो गया है। जो कि बीते साल के मुकाबले यह 2,828.61 करोड़ रुपये था।
घरेलू बिक्री में हुई बढ़ोतरी
कंपनी के अनुसार, नेस्ले इंडिया की घरेलू स्तर पर बिक्री 10.23 प्रतिशत इजाफा हो कर 3,794.26 करोड़ रुपये हो गई है जो कि बीते साल में 3,442.03 करोड़ रुपये थी। आपको बता दें कि पिछले साल के मुकाबले कंंपनी का निर्यात 158.17 करोड़ रुपये था और अब निर्यात 0.96 फीसदी गिरकर 156.64 करोड़ रुपये रहा।
मैगी के दामों में हुई बढ़ोतरी
आपको बता दें कंपनी ने इस साल मार्च में ही मैगी उत्पाद के दामों में बढ़तरी कर दी है और 12 रुपये की मैगी की कीमत 14 रुपये कर दी है। नेस्ले ने मैगी के दामों में 9 से 16 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है जो कि 14 मार्च से लागू हो गया हैं।
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मैगी हो सकती है एक बार फिर महंगी
कमोडिटी की वैश्विक दामों की बढ़तरी से परेशान नेस्ले ने एक बार फिर से अपने उत्पाद के कीमत बढ़ाने की तैयारी में है। कंपनी के अनुसार, गेहूं, कॉफी, फ्यूल, खाने का तेल जैसी चीजों की कीमतें 10 वर्ष के सबसे ऊचें स्तर पर पहुंच गई है। इसका अर्थ ये हुआ कि नेस्ले इंडिया यह सब बोझ कंज्यूमर पर डालेगी।