Old Pension Scheme: सरकार देश के लोगों को आर्थिक रुप से समक्षम बनाने के लिए काफी सारी स्कीमों को लागू कर रही हैं इसमें अब हिमाचल प्रदेश की सरकार ने कहा है कि अब फिर से पुरानी पेंशन को लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह ऐलान किया है कि CM ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी है। कुछ समय पहले हिमाचल प्रदेश में संपन्न हुए विधानसभ चुनावों में पुरानी पेंशन स्कीम एक बड़ा मुद्दा था।
ट्वीट कर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि लोहड़ी के शुभ अवसर पर मुझे हिमाचल के कर्मचारियों की काफी समय से मांग पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करते हुए काफी खुशी हो रही है। मुझे पूरा विश्वास है कि कर्मचारी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हिमाचल के विकास में अपना पूरा सहयोग दिया है।
आपको बता दें कि सरकारी नौकरी में एक जनवरी 2004 से आने वाले कर्मचारियों को नई पेंशन य़ोजना के दायरे में रखा जाता है, जिसमें सरकार औऱ कर्मचारी पेंशन निधि में 10 और 14 फीसदी का योगदान होता है। पुरानी पेंशन स्कीम में 20 साल दे चुके कर्मचारियों को पेंशन के रुप में उनके आखिरी वेतन का 50 फीसदी मिलता है। इससे पहले सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को राज्य सचिवालय में कर्मचारियों से कहा था कि ‘हम वोटों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल नहीं कर रहे हैं, बल्कि हिमाचल के विकास में इतिहास रचने वाले कर्मचारियों की समाजिक सुरक्षा औऱ उनके आत्मसम्मान के संरक्षण के लिए ऐसा कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में दो मुद्दे बेहद अहम थे, पहला पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करना और दूसरा अग्नीवीर भर्ती योजना, ओल्ड पेंशन स्कीम के लिए काफी चर्चा में थीं। कांग्रेस ने इसको लेकर काफी वादा किया था कि सरकार बनी तो पुरानी पेंशऩ स्कीम को लेकर काफी चर्चा का विषय बना था, कि हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम और बीजेपी लीडर प्रेम कुमार धूमल ने भी ओल्ड पेंशन स्कीम की वकालत की थी, उन्होंने कहा था कि सरकारी कर्मचारियों को सम्मानजनक पेंशन मिलनी चाहिए।
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