2,000 Rupees Note : संसद के शीतकालीन सत्र शुरु हो गया है। इसके दौरान बीजेपी सांसद सुशील मोदी (BJP MP Sushil Modi) ने 2 हजार रुपये के नोटो की कमी का मुद्दा उठाया है। और उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस नोट की काले धन के रुप में जमाखोरी हो रही है। PSU बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक में केंद्र से मामले को स्पष्ट करने की मांग की है। सासंद ने काले धन पर लगाम लगाने के लिए इस नोट को बंद करने के लिए आग्रह किया है। वहीं फरवरी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा था। कि बैकों को 2 हजार रुपये के नोट जारी करने से रोकने के लिए कोई निर्देश नहीं दिया गया है।

राज्यसभा में सार्वजनिक महत्व के मामलों पर चर्चा के दौरान BJP सांसद सुशील मोदी ने कहा कि 2 हजार रुपये का नोट, यानि कि काले धन में 2,000 का नोट, होर्डिंग, अगर देश में ब्लैक मनी को रोकना है तो 2 हजार रुपये का नोट बंद करना होगा। 2 हजार के नोट के सरकुलेशन का अब कोई मतलब नहीं रहा है। वहीं मेरा भारत सरकार से आग्रह है कि स्टेप बॉय स्टेप से 2 हजार रुपये के नोट को वापस ले लेना चाहिए।

इससे पहले बीते साल नोटबंदी (Notebandi) के तीसरे साल होने पर आर्थिक मामलों के पूर्व सचिव एस, सी, गर्ग ने कहा था कि 2 हजार रुपये के नोट को बंद कर देना चाहिए। उन्होंने इसको लेकर यह दावा किया था कि 500 रुपये और 1000 रुपये के पुराने नोटों की जगह 2,000 रुपये की जमाखोरी की जा रही है, और इसे बंद कर देना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन साल पहले आज ही के दिन 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद करने का ऐलान किया गया था। जिसका मकसद कालो धन पर रोक लगना है, और डिजिटल तरीके से पेमेंट को बढ़ावा देना है। देश की अर्थव्यव्स्था को कैश लैस बनाना है।

2,000 Rupees Note की छपाई बंद:

सरकार की जानकारी के मुताबिक कुछ साल के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने 2,000 रुपये के नोट की छपाई को बंद कर दिया है। जबकि यह अब भी ऑफिशियल करेंसी है इसके बाद बीजेपी सांसद ने टिप्पणी की है कि 2000 रुपए के नोटों को खत्म करने के लिए ATM रीकैलिब्रेशन की रिपोर्ट के बाद आई है, और सबसे बड़ी करेंसी मुल्यवान रहेगी, लेकिन धीरे-धीरे से सार्वजनिक प्रचलने से बहार हो जाएगी।

2016 में नोटबंदी का हुआ था ऐलान:

8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री के द्वारा नोट बंदी का पूरे देश में ऐलान किया गया था। जिसके बाद से उसी दिन आधी रात से 500 औऱ 1000 रुपये के नोट चलन से बाहर हो गए थे। इसके बाद 5 सौ का नया नोट आया और एक हजार रुपये का नोट की जगह 2,000 रुपये का नया नोट छपा गया था। उसी दौरान कहा गया था कि नोट बंदी काले धन और आतंकवाद पर बड़ा अंकुश लगाएगी। अब जो सच सामने आ रहा है कि उस पर बीजेपी सासंद भी बोलने से नहीं चूके।

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