Credit Card: पिछले 10 से 15 सालों में बैंकिंग के सेक्टर में बहुत बड़े और क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं। एक जमाना था जब लोगों को कैश निकालने के लिए बैंकों के बाहर लंबी-लंबी लाइनों में खड़े होना पड़ता था। लेकिन, धीरे-धीरे तकनीक में बदलाव के साथ-साथ बैंकिंग सेक्टर में कई नई सुविधाएं जुड़ने लगी। जिसमे नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, यूपीआई पेमेंट, क्रेडिट कार्ड, आदि जैसी कई प्रकार की सुविधाएं शामिल थी।
आज के वर्तमान समय की बात की जाए तो लोग जमकर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी को देखते हुए प्राइवेट बैंक और फाइनेंशियल कंपनी भी लोगों को कम चार्जेस पर क्रेडिट कार्ड मुहैया कराने में लगी हुई हैं।अब तो क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल पर कई बार कैशबैक से लेकर तमाम सुविधाए मिलती हैं। कहीं भी पेमेंट करने का इस नवीन कला से न सिर्फ थोड़े समय में नकद राशि की कमी को दूर करने में सहायता मिलती है और इसके साथ आपको स्पेशल डिस्काउंट, रिवार्ड प्वाइंट्स, कैशबैक जैसे लाभ भी मिलते हैं।
इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड के ठीक तरह के इस्तमाल से आपकी क्रेडिट इमेज में सुधार होता है जिससे आपके अर्थव्यवस्था को सेफ किया जा सकता है। और आनेवाले समय में उत्तम रिपेमेंट शर्तों पर अपनी मर्जी का लोन भी आसानी से ले सकते हैं। लेकिन, क्रेडिट कार्ड के अनुशासित इस्तेमाल के साथ यूजर्स को कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए जिससे किसी धोखाधड़ी को रोका जा सके और कर्जे को बढ़ने से रोका जा सके। जो की बेहद ज़रूरी है तो चलिए आगे जानते हैं की किन किन चीज़ों का इसमें आपको रखना है ख़ास ख्याल।
बिल जेनरेशन दिन और मासिक डेडलाइन्स
आमतौर पर कार्ड यूजर्स को अपनी बकाया राशि को भरने के लिए 50 दिन की interest free period मिलता है। हर क्रेडिट कार्ड अकाउंट के साथ एक नियत दिन जुड़ा रहता है जिस दिन मासिक बिल और हर payment cycle के लिए मासिक डैडलाइन को जेनरेट किया जाता है। कार्ड यूजर्स को इन तारीखों की जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि मासिक डेडलाइन के बाद बकाया राशि पर अतिरिक्त ब्याज चार्ज लगाए जाएंगे। अकसर सबसे अच्छा विकल्प यह होगा कि आप अपने बैंक को समय पर बकाया राशि के भुगतान के लिए ऑटो-डेबिट का स्थाई निर्देश दे सकते हैं।
ऑनलाइन शॉपिंग
ई-कॉमर्स पोर्टल्स और एप्लीकेशन्स अकसर भावी लेनदेनों को आसान बनाने के लिए आपके क्रेडिट कार्ड के ब्यौरे को स्टोर करने के लिए पूछते हैं। लेकिन, आपको अपने कार्ड को केवल प्रतिष्ठित मर्चेन्ट के पास ही सेव करना चाहिए जिनकी सुरक्षा का ट्रेक रिकॉर्ड अच्छा हो। अपने कार्ड ब्यौरे को अज्ञात ऑनलाइन मर्चेन्ट्स के पास स्टोर करने से कार्ड के संबंध में धोखाधड़ी हो सकती है। आपको लेनदेन के लिए मजबूत पॉसवर्ड बनाना चाहिए और तय कर लें कि ओटीपी के जरिए दो-फैक्टर ऑथेन्टिकेशन को सक्षम बनाया गया है।
एड–ऑनकार्ड
अधिकांश क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता एड-ऑन (या सप्लीमेंट्री) कार्ड ऑफर करते हैं। इन कार्ड को सेकेंडरी यूजर्स द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है जो परिवार का ऐसा सदस्य हो सकता है जो कुछ कारणों से अपने लिए कार्ड प्राप्त नहीं कर सकता है। बकाया राशि की ट्रैकिंग और उसका भुगतान करने की जिम्मेवारी प्राथमिक कार्डहोल्डर की होती है। इसलिए, यदि आप अपने परिवार के लिए एड-ऑन कार्ड लेने की सोच रहे हैं, तो इस बात को पक्का कर लें कि आप उनके खर्च करने के पैटर्न का ट्रैक रखते हैं बल्कि आप अधिक से अधिक बकाया राशि से बचा सकें, और अगर बाकी रकम समय पर जमा नहीं की जाती है, तो उस राशि पर ब्याज दर लागू होगा यानि लेट पेमेंट जुर्माना देना होगा जिससे आपका श्रण भी बढ़ जाएगा जिससे आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान होगा।
पूरी बकाया राशि का भुगतान करना
क्रेडिट कार्ड कंपनियों द्वारा शेष राशि पर ब्याज वसूली जारी रखी जाती है जो हर महीने 3-4% और कुछ मामलों में इससे भी अधिक होती है। इसके अलावा, अगर आप मासिक डेडलाइन के बाद न्यूनतम बकाया राशि का भुगतान करते हैं, तो आपको देरी से भुगतान के लिए अतिरिक्त फीस देनी पड़ सकती है। आपको यह भी याद रखना होगा कि अगर आप बाकी रकम का ही पेयमेंट करेंगे, तो इससे आपको ब्याज मुक्त अवधि की सुविधा नहीं मिलेगी।
लाभों को अधिकतम करना
क्रेडिट कार्ड के साथ अनेक मुख्य लाभ जैसे कैशबैक, रिवार्ड प्वाइंट्स, एयर माइल्स के साथ-साथ अतिरिक्त सुविधाएं और प्रिवलेजेस जैसे Complimentary Airport Lounge Access, Hotel Chains के रिलेटिड special discount भी मिलते हैं, जो कार्ड के वैरिएंट पर निर्भर करता है। credit card users के रूप में, आदर्श रूप से आपको ऐसा कार्ड लेना चाहिए जिसके साथ मिलने वाले मुख्य लाभ आपके खर्च करने के सामान्य पैटर्न और कार्ड पर मासिक खर्च के बजट के साथ मेल करते हों। साथ ही, लागू राइडर्स, जैसे पात्र लेनदेन, कैशबैक कैप, रिवार्ड प्वाइंट Expiry date आदि को भी ध्यान में रखें ताकि आप अपने कार्ड से मिलने वाले लाभों को अधिकतम कर सकें।