Insurance Education Loan: अगर आप विदेश में पढ़ाई करने की इच्छा रखते हैं, और इसके लिए एजुकेशन लोन लेने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको इससे जुड़ी कुछ खास बात बताने जा रहे हैं। अक्सर देखा जाता है कि लोग फॉरेन यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए छात्र एजुकेशन लोन लेते हैं। माता पिता भी चाहते हैं कि उनका बच्चा विदेश में पढ़ाई के समय सुरक्षित महसूस करें और देश और घर आते समय बेकार की परेशानियों से बचा रहे। इस दौरान कही अनहोनी और हादसे के कारण लोन की रिपमेंट आपके लिए सिरदर्द न बन जाए। इसके लिए आपको शिक्षा पर इंश्योरेंस पॉलिसी (Insurance Policy)जरुर लेनी चाहिए।
यह एक बड़ी फाइनेंशियल जिम्मेदारी है। खासकर यदि आप विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए लिया गया है। एजुकेशन लोने लते समय अक्सर माता-पिता या तो गारंटी के तौर पर कोई चीज गिरवी रखते हैं। या फिर वह कर्ज के लिए कॉ-अप्लिकेंट बन जाते हैं। इसमें स्टूडेंट्स को होने वाली चिंता को समझा जा सकता है। जबकिएजुकेशन लोन को मैनेज तरीके से वापस किया जा सकता है। हम अपने व्हीकल के लिए लोन लेते हैं, लेकिन जब एजुकेशन की बात आती है, तो बहुत से लोग एजुकेशन लोन इंश्योरेंस से मिलने वाले बेनिफिट्स को नजरअंदाज कर देते हैं, जो कि आपके लिए बेहतर ऑप्शन साबित हो सकता है।
आज हम आपको 4 ऐसी बड़ी वजह बताने जा रहे हैं, जो कि Education Loan पर Insurance लेने के क्या लाभ हैं।
बच्चे के एजुकेशन लोन पर इंश्योरेंस क्यों लेना चाहिए:
जब स्टूडेंट्स एजुकेशन लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो लोन चुकाने की जिम्मेदारी कॉ-अप्लिकेंट पर आ जाती है। एजुकेशन लोन के अधिकतर मामलों में स्टूडेंट्स के माता-पिता ही कॉ-अप्लिकेंट होते हैं, जब तक कि स्टूडेंट लोन चुकाने के लिए फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट हो जाता है।
ऐसे में लोन इंश्योरेंस यह भरोसा देता है कि किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना या स्थिति में कॉ-अप्लिकेंट एजुकेशन लोन की पूरी रकम और ब्याज को चुकाने के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। कई सरकारी बैंक एजुकेशन लोन पर इंश्योरेंस दे रहे हैं।
इसके साथ ही एजुकेशन लोन के प्रोसेस की लागत को देखते हुए एजुकेशन लोन इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत स्टूडेंट्स को ब्याज दरों में छूट भी दी जा रही है, जो स्टूडेंट्स के लिए बड़ी राहत है. ऐसे में अगर स्टूडेंट को किसी दुर्घटना या हादसे में गंभीर चोट लगती है, तो इंश्योरेंस कंपनी एजुकेशन लोन की पूरी रकम का भुगतान करती है।
जानें एजुकेशन लोन पर इंश्योरेंस के क्या बेनिफिट्स हैं:
एजुकेशन लोन इंश्योरेंस को कार के एयर बैग के रुप में देखने की आवश्यकता है। जिस प्रकार से एयर बैग एक्सीडेंट के समय कार चला रहे हैं तो यह व्यक्ति की सुरक्षा को मोहैया कराता है। कि शख्स को कम से कम चोट लगे ऐसे ही लोन इंश्योरेंस आर्थिक संकट से जूझ रहे लोन लेने वाले व्यक्ति को सुरक्षा मौहिया करता है।
लोन इंश्योरेंस किसी भी हादसे या फिर घटना से हुए नुकसान, बीमारी और नौकरी छूटने पर लोन आवेदन कर्ता को लोन चुकाने की टेंशन से आजादी देता है। ऐसे में फॉरेन शिक्षा इंश्योरेंस की देयता परिवार के सदस्या के लिए नही है। बकि इंश्योरेंस कंपनी की होती है। आवेदन कर्ता को विदेश में एजिकेशन लोन इंश्योरेंस के प्रीमियम का अलग से पेमेंट करने की आवश्यकता नही है। क्यों कि वे पहले ही एक एजुकेशन लोन की ईएमआई में जुड़ा है। तो ऐसे में एजुकेशन लोन इंश्योरेंस (Education Loan Insurance) लेना समझदारी वाला फैसला होगा।
सुरक्षित करियर के लिए इंश्योरेंस:
आपको बता दें कि जब लोन इंश्योरेंस की बात होती है, तो छात्रो को अपना करियर सुरक्षित करने के लिए तीन तरीके का इंश्योरेंस ले सकते हैं, पहला हेल्थ इंश्योरेंस, दूसरा एजुकेशन लोन इंश्योरेंस और तीसरा स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस है।
किसी भी कारण से चूक पर इंश्योरेंस कंपनी उत्तरदायी:
बीमा कंपनी बीमारी या अप्लिकेंट की मृत्यु के मामले में लोन की राशि का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी है। जबकि यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि स्टूडेंट ने किस तरह का लोन लिया है। नौकरी जाने की स्थिति मं कुछ लोन इंश्योरेंस पॉलिसियां इसके लिए उत्तरदायी होती है।
जरुर पढ़ें:- इस स्कीम में बेटी की पढ़ाई के लिए बीच में निकाल सकते हैं पैसे, सरकार ने नियम में किया बदलाव
शादी के सीजन में सोने और चांदी की कीमतों में भारी उछाल, यहां चेक करें गोल्ड का रेट
Google Play लेकर आया UPI पे की सुविधा, जानें इसका क्या होगा लाभ और कैसे होगा एक्टिवेट